भारत के सुप्रीम कोर्ट का आधिकारिक यूट्यूब चैनल हैक कर लिया गया है। हैक होने के बाद, चैनल पर अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी XRP के ऐड दिखाए जा रहे हैं। यह घटना भारत के सबसे प्रतिष्ठित न्यायिक संस्थान के डिजिटल सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है।
क्या है मामला?
सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल, जिसे जनता के साथ महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियाँ और सूचनाएँ साझा करने के लिए उपयोग किया जाता है, अचानक से हैक कर लिया गया। चैनल पर अवैध तरीके से क्रिप्टोकरेंसी XRP के विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही यह घटना सामने आई, संबंधित अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया और चैनल को पुनः सुरक्षित करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
XRP और हैकिंग का मकसद
XRP एक अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी है, जो पहले भी विवादों में रही है। हैकर्स ने इस चैनल का उपयोग संभवतः क्रिप्टोकरेंसी के प्रचार और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किया है। इस प्रकार की हैकिंग घटनाएं आमतौर पर आर्थिक लाभ के उद्देश्य से होती हैं, जहां हैकर्स अनजान लोगों को आकर्षित कर अपने जाल में फंसाते हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, सुप्रीम कोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। यूट्यूब से भी संपर्क किया गया है ताकि चैनल को जल्द से जल्द रिकवर किया जा सके और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपायों को लागू किया जा सके।
साइबर सुरक्षा पर सवाल
यह घटना भारत में बढ़ते साइबर सुरक्षा खतरों को उजागर करती है, खासकर तब जब सरकार और न्यायपालिका के महत्वपूर्ण चैनलों को हैकिंग का सामना करना पड़ता है। इससे यह साफ होता है कि डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में और अधिक मजबूत उपायों की आवश्यकता है।
Disclaimer: यह लेख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा लिखा गया है और INDV News इसकी 100% सटीकता का दावा नहीं करता है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी जानकारी की पुष्टि आधिकारिक स्रोतों से कर लें।
source :- aaj tak