इस साल दिवाली 2024 को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है, खासकर शुभ मुहूर्त और तिथियों को लेकर। दीवाली का मुख्य पर्व 1 नवंबर 2024 (शुक्रवार) को मनाया जाएगा, लेकिन इससे पहले और बाद के पांच दिन भी खास होते हैं। आइए जानते हैं दिवाली से जुड़े सभी महत्वपूर्ण दिन और पूजा विधि।
दिवाली 2024 की तिथियां
- धनतेरस (29 अक्टूबर 2024, मंगलवार)
इस दिन सोना-चांदी या बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। घरों और दुकानों की साफ-सफाई कर लोग माँ लक्ष्मी का स्वागत करते हैं। - नरक चतुर्दशी (31 अक्टूबर 2024, गुरुवार)
इसे छोटी दिवाली भी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था। इस दिन घरों में दीप जलाए जाते हैं और रंगोली बनाई जाती है। - मुख्य दिवाली (1 नवंबर 2024, शुक्रवार)
दिवाली की रात को लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन प्रदोष काल में पूजन करना शुभ माना जाता है। दीपों की रोशनी से घर को सजाया जाता है और पटाखे जलाकर खुशियां मनाई जाती हैं। - गोवर्धन पूजा (2 नवंबर 2024, शनिवार)
इस दिन भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा का स्मरण होता है। लोग घरों में अन्नकूट भोग बनाते हैं। - भाई दूज (3 नवंबर 2024, रविवार)
भाई दूज भाई-बहन के प्रेम का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त
1 नवंबर 2024 को प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन घर को साफ-सुथरा रखने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है। पूजा में माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों के सामने दीया जलाकर फूल, चावल और मिठाई अर्पित की जाती है।
दिवाली का महत्व
दिवाली, जिसे ‘प्रकाश का पर्व’ भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इस पर्व से कई कथाएं जुड़ी हैं, जैसे भगवान राम का अयोध्या लौटना और माँ लक्ष्मी का धरती पर आगमन। देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है।
इस साल की दिवाली की रौनक और भी ज्यादा खास होगी, क्योंकि पाँचों दिन पूजन और उत्सव की धूम मची रहेगी।
Source: